मुंबई के धारावी में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में लगभग 400 शिवसेना कार्यकर्ता (Shiv Sena Workers) बीजेपी में शामिल हुए।
बता दें कि बीते दिनों महाराष्ट्र की राजनीति में भारी उथल पुथल के बीच पहले शिवसेना (Shiv Sena) और बीजेपी (BJP) का गठबंधन टूटा और फिर राकांपा (NCP), कांग्रेस (Congress) और शिवसेना (Shiv Sena) के गठबंधन की सरकार में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया।
महाराष्ट्र विधानसभा में रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के बीच जुबानी जंग देखने को मिली। इस दौरान ठाकरे ने फडणवीस के चुनाव से पहले किए गए दावे ‘मी पुन्हा येईं’ (मैं वापस लौटूंगा) पर कटाक्ष किया। साथ ही कहा कि कांग्रेस और एनसीपी (NCP) के साथ सरकार बनाने के बावजूद शिवसेना हिंदुत्व की विचारधारा से नहीं हटेगी।
महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल के नेता फडणवीस को रविवार को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया गया। फडणवीस को मित्र बताते हुए ठाकरे ने कहा कि वह उन्हें विपक्षी नेता के रूप में नहीं देखते हैं। ठाकरे ने अपने बधाई संदेश में कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि कि मैं वापस लौटूंगा, लेकिन मैं इस सदन में आया। विधानसभा में उद्धव ने कहा कि शिवसेना और हिंदुत्व को एक-दूसरे से अलग नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि मैं अब भी हिंदुत्व की विचारधारा के साथ हूं और इससे कभी नहीं हटूंगा।