एशियन गेम्स 2018 में भारत ने शुक्रवार को रोइंग में कई मेडल जीते। पुरुषों की क्वाड्रपल (चतुष्कोणीय) स्कल्स टीम में ओम प्रकाश, सुखमीत सिंह, स्वर्ण सिंह और दत्तू भोकानल की टीम ने गोल्ड मेडल जीता। इंडोनेशिया को सिल्वर और थाइलैंड को ब्रॉन्ज मेडल मिला।
भारतीय टीम ने 6:17.13 का समय निकाला वहीं इंडोनेशिया और थाइलैंड ने क्रमश: 6:20.58 और 6:22.41 का समय लिया। यह इवेंट 2014 में शामिल किया गया और भारत ने पहली बार इसमें मेडल जीता है।
यह एशियन गेम्स के रोइंग में भारत का सिर्फ दूसरा गोल्ड मेडल है। बजरंग लाल ठाकर ने 2010 के सिंगल्स इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा भारत ने पुरुषों के लाइटवेट और डबल स्कल में ब्रॉन्ज मेडल जीते। दुष्यंत ने लाइटवेट सिंगल स्कल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता। वहीं रोहित कुमार और भगवान सिंह ने लाइटवेट डबल्स स्क्ल्स में कांस्य पदक जीता।
दुष्यंत ने 2014 के एशियन गेम्स के सिंगल स्कल्स में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था। भारत ने इससे पहले लाइटवेट डबल स्कल्स में 1990 और 2006 में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। दुष्यंत ने 7:18.76 ने साउथ कोरिया के पार्क ह्यूनसू और हॉन्ग कॉन्ग के चिउ हिन चुन के बाद फिनिश किया। डबल स्कल्स टीम ने 7:04.61 का वक्त लिया। इस इवेंट में जापान ने गोल्ड और साउथ कोरिया ने सिल्वर जीता।
निरंजन कुमार