लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी की है. बीजेपी ने अपनी 21वीं सूची में उत्तर प्रदेश की 7 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं. खास बात यह है कि पार्टी ने गोरखपुर से भोजपुरी अभिनेता रवि किशन (Ravi Kishan) को मैदान में उतारा है. पहले उनके जौनपुर से चुनाव लड़ने की चर्चा थी.
वहीं, हाल ही में ‘जूता कांड’ से चर्चा में आए शरद त्रिपाठी (Sharad Tripathi) का टिकट काटकर संतकबीर नगर से प्रवीण निषाद को मैदान में उतारा है. इसके अलावा प्रतापगढ़ से संगम लाल गुप्ता, अंबेडकर नगर से मुकुट बिहारी, देवरिया से रमापति राम त्रिपाठी, जौनपुर से केपी सिंह और भदोही से रमेश बिंद को टिकट दिया है.
आपको बता दें कि बीजेपी ने 2 दिन पहले ही लोकसभा चुनाव के लिए अपनी 20वीं सूची जारी की थी, जिसमें 6 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया था. भारतीय जनता पार्टी की 20वीं सूची में हरियाणा के हिसार से बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया गया. वहीं, रोहतक से अरविंद शर्मा को टिकट दिया गया है. वहीं मध्य प्रदेश में खजुराहो से बीजेपी ने बिष्णु दत्त शर्मा, रतलाम से जीएस दामोर, धार से छत्तर सिंह दरबार को टिकट दिया गया है. राजस्थान के दौसा से जसकौर मीणा को टिकट दिया गया.
रवि किशन पिछली बार भी लड़ चुके हैं चुनाव
भोजपुरी अभिनेता रवि किशन 2014 के लोकसभा चुनाव में भी अपना भाग्य आजमा चुके हैं. पिछली बार वह कांग्रेस के टिकट पर उत्तर प्रदेश की जौनपुर सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे, लेकिन मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. जौनपुर से बीजेपी के केपी सिंह ने जीत दर्ज की थी. हाल ही में बीजेपी ज्वाइन करने के बाद चर्चा थी कि रवि किशन इस बार भी बीजेपी के टिकट पर जौनपुर से ही चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि वे मूलरूप से जौनपुर के ही रहने वाले हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें सीएम योगी के गढ़ गोरखपुर से मैदान में उतारा है.
जूता कांड से चर्चित शरद त्रिपाठी का टिकट कटा
‘जूता कांड’ से चर्चित शरद त्रिपाठी का टिकट कट गया है. बीजेपी ने संत कबीर नगर से प्रवीण निषाद को मैदान में उतारा है. हालांकि चर्चा थी कि प्रवीण निषाद गोरखपुर से चुनाव लड़ सकते हैं. आपको बता दें कि पिछले दिनों संत कबीर नगर से भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी और मेंहदावल से इसी पार्टी के विधायक राकेश बघेल के बीच कलेक्ट्रेट में एक बैठक के दौरान मारपीट हो गयी थी. इस दौरान प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन भी मौजूद थे. भाजपा को शर्मसार करने वाली इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खासा वायरल हो गया. कहा जा रहा था कि इस घटना से पार्टी का शीर्ष नेतृत्व काफी नाराज था, जिसका खामियाजा शरद त्रिपाठी को उठाना पड़ा.