उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के बाद स्थिति को संभालने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Doval) बुधवार को मोर्चा संभाल लिया। पीएम मोदी ने हिंसा पर समीक्षा बैठक के बाद डोभाल को हालात संभालने की जिम्मेदारी दी थी, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की और दोपहर में कुछ हिंसा ग्रस्त इलाकों में स्थिति का जायजा लिया। बुधवार दोपहर दिल्ली के मौजपुर इलाके की ओर गाड़ियों का काफिला बढ़ता दिखा। इनमें एक गाड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) की थी।
मौजपुर पहुंचकर डोभाल (Ajit Doval) कार से उतरे और वहां मौजूद लोगों की तरफ बढ़कर अपनापन दिखाते हुए बातें करने लगे। वे उत्तर-पूर्वी जिले में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने आए थे। इस दौरान उन्होंने इलाके के लोगों से हाथ मिलाया, कंधे पर हाथ रखा और तसल्लीपूर्वक उनका दुख-दर्द सुना। उन्होंने कहा कि जो हो गया, वह हो गया।
अब कुछ नहीं होगा। इंशाअल्लाह हालात जल्द ही ठीक होंगे। डोभाल (Ajit Doval) को देखकर कुछ स्थानों पर ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ तो कई जगह ‘हाय-हाय’ के नारे लगे। स्थानीय लोगों ने एनएसए से दिल्ली पुलिस की शिकायत की। वे जहां-जहां गए, वहां-वहां लोगों में विश्वास बढ़ता दिखा। उन्होंने लोगों से कहा कि दिल्ली पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है। उन्होंने मौजपुर, करावल नगर, घोंडा, जाफराबाद और चांद बाग का दौरा किया।
डोभाल (Ajit Doval) ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद वहां स्थिति को शांत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका वही रूप उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में दिखा। उनका काफिला सबसे पहले जाफराबाद और फिर मौजपुर पहुंचा। यहां वे स्थानीय लोगों से मिले और उनसे हाथ मिलाया। 15 से 20 मिनट उन्होंने लोगों से वार्ता की और कहा कि पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है। जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे।
किसी को डरने की जरूरत नहीं। इसके बाद वह कई इलाकों से घूमते हुए घोंडा पहुंचे। यहां भी उन्होंने लोगों से बात की। उनके कंधे पर हाथ रखा और तसल्ली दी। यहां पर एक छात्रा ने उनसे कहा कि वह न रात को सो पा रही है और न ही पढ़ पा रही है। डर लगा रहता है। लोग दुकानों व घरों को जला रहे हैं। अजीत डोभाल ने उससे कहा कि चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार काम कर रही है। जल्द ही शांति होगी।
लोगों ने यहां दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार पर सवाल उठाए और जमकर खरी-खोटी सुनाई। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस उन्हें बचाने नहीं आई। उन्होंने कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के कहने पर आए हैं। जो देश से प्यार करता है, वह समाज और पड़ोसी से प्यार करता है। आग को बुझाने का काम करना चाहिए। लोगों को शांति बनाए रखनी चाहिए। दौरे के अंत में उन्होंने कहा कि मैंने लोगों से बात की है। पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है।