उन्नाव रेप (Unnao Rape) पीड़िता के एक्सीडेंट (accident) मामले में BJP के विधायक कुलदीप सेंगर (Kuldeep Sengar) और उसके भाई सहित 10 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
उन्नाव रेप पीड़िता (Unnao rape Victim) के चाचा ने यह FIR दर्ज करवाई है. पीड़िता के चाचा की तरफ से दर्ज कराई गई FIR में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, विधायक का भाई मनोज सेंगर भी नामजद है. मामले में आरोपी रिंकू के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है.
BJP विधायक कुलदीप सेंगर (Kuldeep Sengar) पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता रविवार को एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई. हादसे में पीड़िता की मौसी, चाची और ड्राइवर की मौत हो गई, वहीं पीड़ित लड़की और उसका वकील गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं. उत्तर प्रदेश के रायबरेली स्थित गुरबख्श गंज इलाके में गैंगरेप पीड़िता की गाड़ी और ट्रक की रविवार को भिड़ंत हुई थी. उधर, पीड़िता की मां का कहना है कि ‘हमें पता चला है कि विधायक के लोग जिम्मेदार है.
उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता के सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने की घटना को लेकर सोमवार को भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मौजूदा समय में अगर बलात्कार का आरोपी भाजपा का विधायक हो तो सवाल पूछना मना है. उन्होंने Tweet कर कहा, ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ. भारतीय महिलाओं के लिए एक नया विशेष शिक्षा बुलेटिन है. अगर भाजपा विधायक आपसे बलात्कार का आरोपी हो तो सवाल मत पूछिए.’
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुई सड़क दुर्घटना की सीबीआईजांच की मांग की है. ज्ञात को कि इस दुर्घटना में पीड़िता की दो महिला रिश्तेदारों की मौत हो गई है. अखिलेश का कहना है कि पीड़िता को सुरक्षा प्रदान की गई है, लेकिन दुर्घटना के दौरान उनके साथ एक भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था. उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना बस एक दुर्घटना थी या फिर पीड़िता के परिवार को खत्म करने की साजिश थी, इसकी सीबीआई जांच जरूर होनी चाहिए
बता दें कि उन्नाव रेप मामला पिछले साल उस समय चर्चा में आया था जब, उस समय 16 साल की रही पीड़ित लड़की ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर न्याय के लिए प्रदर्शन किया था. पीड़ित लड़की ने आरोप लगाया था कि 2017 में नौकरी के लिए जब वह बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर के घर गई थी तो उसके साथ बलात्कार किया गया था. घटना के लगभग एक साल बाद अप्रैल 2018 में लड़की ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर के बाहर खुद को आग लगाने की कोशिश की थी.