इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने हरियाणा में 100 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है. हरियाणा के मुख्य विपक्षी दल INLD ने यह आरोप लगाते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
आईएनएलडी के सांसद दुष्यंत चौटाला ने आरटीआई से हासिल जानकारी के आधार पर कहा है कि यह घोटाला पिछले तीन साल में रेवाड़ी, हिसार, रोहतक, फतेहाबाद और जींद जिले में भ्रष्ट अफसरों और नेताओं की मिलीभगत से हुआ. उन्होंने इसमें मुख्यमंत्री के एक करीबी के शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह घपला मुख्यमंत्री की जानकारी के बगैर नहीं हो सकता था.
दुष्यंत चौटाला ने कहा, ‘इस घोटाले में प्रेगनेंसी टेस्ट किट, मेडिकेटेड कॉटन, ब्लीचिंग पाउडर, फेस मास्क, हैंड सैनिटाइजर, हेपेटाइटिस-बी दवाएं आदि उपकरणों-सामानों की बिना टेंडर जारी किए महंगे दामों पर आपूर्ति शामिल है.’
तिहाड़ में बंद है एक सप्लायर
दुष्यंत चौटाला ने कहा, ‘उदाहरण के लिए हिसार के एक फर्म जीके ट्रेडिंग कंपनी के पास ग्रॉसरी आइटम और सब्जियों की आपूर्ति का ही लाइसेंस है, लेकिन सिविल सर्जन ने इससे ईडीटीए (वैक्यूटेनर) खरीदा है. प्रति ईडीटीए के लिए मंजूर दर 2.20 रुपये थी, लेकिन इसकी आपूर्ति 5.50 रुपये की दर से की गई. इस फर्म के मालिक गुलशन कुमार फिलहाल नकली सिक्कों की ढलाई के लिए तिहाड़ जेल में बंद हैं.’
हालांकि, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इन आरोपों पर टिप्पणी करने से इंकार किया और कहा कि उन्हें ऐसे किसी घपले की कोई जानकारी नहीं है और अगर किसी भी स्तर पर कोई अनियमितता पाई गई तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि सूत्रों के मुताबिक जो खबर आ रही है उसके मुताबिक इस घोटाले को लेकर सीएम हाऊस पूरी तरह सतर्क है और मनोहरलाल खट्टर सरकार किसी भी तरह के घोटाले को बर्दास्त करने के मूड में नहीं है. माना ये भी जा रहा है सरकार के तीन साल बीत जाने के बाद अगले चुनावों का फायदा उठाने के लिए विपक्ष खट्टर सरकार पर इस तरह के आरोप लगा रहा है.