कर्नाटक की टीम के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर और अब किंग्स इलेवन पंजाब में एक साथ खेल मयंक और राहुल की जोड़ी ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए किंग्स इलेवन पंजाब को छह विकेट से पराजित किया। हैदराबाद की गेंदबाजी आइपीएल में सबसे अच्छी मानी जाती है, जिसमें भुवनेश्वर कुमार, राशिद खान जैसे गेंदबाज शामिल हैं। लेकिन केएल राहुल (नाबाद 71) और मयंक अग्रवाल (55) की जोड़ी पर किसी गेंदबाज का कोई असर नहीं पड़ा।
151 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब की टीम ने क्रिस गेल (16) का विकेट जल्दी गंवा दिया। इसके बाद राहुल और मयंक ने दूसरे विकेट के लिए 84 गेंदों में 114 रनों की शतकीय साझेदारी निभाकर अपनी टीम को एक गेंद शेष रहते जीत दिलाई।
राहुल और मयंक ने कर्नाटक की टीम में एक साथ घरेलू क्रिकेट खेला। दोनों आरसीबी के लिए भी खेलते थे। हैदराबाद के खिलाफ जहां डेविड वार्नर कप्तान भुवनेश्वर के साथ मिलकर इस जोड़ी का तोड़ निकालने की रणनीति बनाते रहे तो वहीं यह जोड़ी लगातार आगे बढ़ती रही। राहुल इस सत्र में तीन अर्धशतक लगा चुके हैं और यह उनका लगातार दूसरा अर्धशतक है।
इससे पहले राहुल ने सुपरकिंग्स के खिलाफ 55 रनों की पारी खेली थी। वह इस सत्र में छह मैचों कुल 217 रन बना चुके हैं। राहुल ने 34 गेंदों में पचास रन पूरे किए हैं। वह अपने आइपीएल करियर में 59 मैचों में 1601 रन बना चुके हैं जिसमें 13 अर्धशतक शामिल हैं। राहुल का पिछला सत्र भी शानदार रहा था जिसमें उन्होंने 14 मैचों में 659 रन कूटे थे। इस दौरान उन्होंने छह अर्धशतक लगाए थे। वहीं, मयंक का यह इस सत्र में दूसरा अर्धशतक है।वह भी छह मैचों 184 रन बना चुके हैं। 40 के निजी स्कोर पर भुवनेश्वर की गेंद पर यूसुफ पठान ने मयंक का कैच छोड़ दिया था, जिसका फायदा उठाते हुए उन्होंने 40 गेंदों में छक्का लगाकर अर्धशतक पूरा किया।
मयंक अभी तक 70 मैच खेल चुके हैं। उन्होंने 1100 रन भी हैदराबाद के खिलाफ पूरे किए। उन्होंने आइपीएल में 1118 रन बनाए हैं जिसमें चार अर्धशतक शामिल हैं। 2018 का सत्र मयंक के लिए निराशाजनक रहा था। वह 11 मैच खेलकर सिर्फ 120 रन ही बना पाए थे। मयंक (55) छक्का उड़ाने के चक्कर में संदीप शर्मा (2/21) की गेंद पर शंकर को कैच दे बैठे। इसी ओवर में डेविड मिलर (01) भी चलते बने। इसके बाद अंतिम तीन गेंद पर पंजाब को छह रन चाहिए थे। स्ट्राइक पर राहुल थे। पहले उन्होंने चौका जड़ा फिर उन्होंने दो रन लेकर टीम को जीत दिला दी।
पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। पारी की शुरुआत से लेकर अंत पंजाब के गेंदबाज मेहमान टीम के बल्लेबाजों पर हावी रहे। मुंबई इंडियंस के खिलाफ 96 रनों पर ढेर होने वाली हैदराबाद की टीम के बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन इस मैच में भी जारी रहा। पंजाब की कसी हुई गेंदबाजी के आगे सनराइजर्स के बल्लेबाज बेबस नजर आए और डेविड वार्नर को छोड़ दिया जाए तो टीम के अन्य बल्लेबाजों ने निराश किया। हालांकि सनराइजर्स की टीम ने इस सत्र में दो बार 200 के ऊपर का स्कोर खड़ा किया है जिसमें वार्नर और बेयरस्टो का बल्ला बोला है लेकिन पंजाब के खिलाफ वार्नर ने 62 गेंदों में 70 रनों की पारी खेली और उनकी पारी की मदद से हैदाराबाद की टीम का 20 ओवर में चार विकेट पर 150 रनों का स्कोर खड़ा कर पाई। बेयरस्टो एक रन पर आउट हो गए। वार्नर ने धीमी लेकिन संभली पारी खेलकर टीम चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंच पाई। शुरुआती 10 ओवर में हैदराबाद के बल्लेबाज सिर्फ दो चौके ही लगा पाए थे।