दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के घर इनकम टैक्स की रेड. इनकम टैक्स ने गहलोत के दिल्ली के वसंत कुंज स्थित घर में छापा मारा. केजरीवाल बोले- नीरव मोदी, माल्या से दोस्ती और हम पर रेड?
नीरव मोदी, माल्या से दोस्ती और हम पर रेड?
मोदी जी, आपने मुझ पे, सत्येन्द्र पे और मनीष पे भी तो रेड करवाई थीं? उनका क्या हुआ? कुछ मिला? नहीं मिला? तो अगली रेड करने के पहले दिल्ली वालों से उनकी चुनी सरकार को निरंतर परेशान करने के लिए माफ़ी तो माँग लीजिए? https://t.co/GUGEb0dwL5
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 10, 2018
दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के घर इनकम टैक्स की रेड. इनकम टैक्स ने गहलोत के दिल्ली के वसंत कुंज स्थित घर में छापा मारा है. इनकम टैक्स विभाग ने अभी कोई जानकारी नहीं दी है कि किस मामले को लेकर ये छापेमारी की गई है. कैलाश गहलोत दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के नजफगढ़ से विधायक हैं और मई 2017 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें परिवहन मंत्री बनाया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इनकम टैक्स विभाग ने गहलोत के दिल्ली और गुड़गांव के 16 ठिकानों पर छामेमारी की है. यह छापेमारी ब्रिस्क इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपर्स लिमिटेड एंड कॉरपोरेट इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड में भी चल रही है और इस कंपनी में कैलाश गहलोत डायरेक्टर हैं. आयकर विभाग के छापेमारी पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा है कि नीरव मोदी, माल्या से दोस्ती और हम पर रेड? मोदी जी, आपने मुझ पर, सत्येन्द्र पर और मनीष पर भी तो रेड करवाई थीं? उनका क्या हुआ? कुछ मिला? नहीं मिला? तो अगली रेड करने के पहले दिल्लीवालों से उनकी चुनी सरकार को निरंतर परेशान करने के लिए माफ़ी तो मांग लीजिए?
आपको बता दें कि इस साल जुलाई में आयकर विभाग ने आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और स्वराज इंडिया प्रमुख योगेंद्र यादव के परिवार से जुड़े एक अस्पताल समूह के कई परिसरों छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान विभाग ने 27 लाख रुपये की नकदी, कई दस्तावेज और भुगतान की रसीद जब्त की थी.
आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया था कि अस्पताल समूह के कार्यालयों पर छापेमारी के दौरान 15 करोड़ रुपये के लेनदेन की रसीद भी मिली, जिनका कोई हिसाब नहीं होने का संदेह है. उन्होंने बताया कि छापेमारी अब पूरी हो चुकी थी. विभाग के अधिकारियों ने चंड़ीगढ़ में बताया कि उन्हें अस्पताल समूह के मालिकों द्वारा 93 लाख रुपये की अनुमानित नकद राशि में एक भूखंड खरीदे जाने के दस्तावेज मिले. इस लेनदेन की जांच की जा रही है.