Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश में सियासी संकट के बीच कांग्रेस विधायक दल की बैठक में जहां निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। वहीं भाजपा के विधायक देर रात दिल्ली पहुंच गए हैं। जहां से उन्हें गुरुग्राम ले जाया गया और आईटीसी ग्रांड भारत होटल (ITC Grand Bharat) में ठहराया गया। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इस पर कहा कि हम यहां त्योहार के मूड में हैं और छुट्टियां मनाने आए हैं। बता दें कि आज दिल्ली में मध्यप्रदेश की सियासत को लेकर महत्वपूर्ण बैठकें होने वाली है।
इस पूरे सियासी घटनाक्रम के बीच भोपाल एयरपोर्ट पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ये शुरूआत है इस प्रकार सिंधिया जी की, ये अन्य प्रदेशों में भी जाएगी। जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया के सामने आकर बयान दिया और कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है, हम अपना बहुमत साबित करेंगे। हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
मध्यप्रदेश में जारी सियासी पैंतरेबाजी और सरकार गिराने-बनाने की जोड़तोड़ के बीच भाजपा में भी हलचल तेज है। भाजपा के विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी कार्यालय के बाहर खड़ी बसों में विधायकों को बैठाकर दिल्ली के लिए रवाना किया गया।
इस दौरान बस में बैठे पार्टी के विधायक हंसते और नारेबाजी करते नजर आए। हालांकि विधायकों को यह नहीं बताया गया था कि उन्हें कहां ले जाया जा रहा है। इस दौरान एक विधायक विजय शाह ने बताया कि हम या तो बंगलूरू जा रहे हैं या फिर दिल्ली। जबकि बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री और दमोह से सांसद प्रहलाद पटेल और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आई कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी नई राजनीतिक पारी शुरू करने से पहले 12 मार्च को अपने गृहनगर ग्वालियर जाएंगे, जबकि 13 मार्च को वह भोपाल में रहेंगे।
भोपाल में विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से बहुमत साबित करने को लेकर बयान आया। पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता शोभा ओझा और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने दावा किया है कि हमारे पास संख्या है और हम विधानसभा में अपनी गिनती सिद्ध करेंगे। उन्होंने कहा कि सिंधिया के समर्थक विधायक सभी हमारे संपर्क में हैं, समय आने पर वे भी सामने आएंगे।
ओझा ने मीडिया से कहा कि बैठक अच्छी रही। निर्दलीय सहित सभी कांग्रेस विधायक मौजूद थे। हमारे पास संख्या है, हम यह लड़ाई एक साथ लड़ेंगे। कुछ विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए राज्यसभा की सीट की मांग को लेकर उनके समर्थन में थे। लेकिन जब उनके (ज्योतिरादित्य सिंधिया के) भाजपा में जाने की चर्चा शुरू हुई, तो ये विधायक नाराज हो गए। वे सभी मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं।
सरकार को कोई खतरा नहीं है, हम विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। वहीं कांग्रेस पार्टी के नेता लक्ष्मण सिंह का कहना था कि अगर जरूरत पड़ी तो कांग्रेस चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। हमारे पास अभी 94 विधायक हैं, कोई भी पार्टी का मनोबल नहीं तोड़ सकता।