पुलिस ने शुक्रवार को NCP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय जाने के नियोजित कार्यक्रम के मद्देनजर बलार्ड पियर स्थित ED कार्यालय के बाहर और दक्षिण मुंबई के अन्य क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
NCP प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को कहा था कि बैंक घोटाला मामले में वह शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश होंगे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे यहां केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय के पास एकत्र न हों और सुनिश्चित करें कि लोगों को कोई असुविधा न हो।
पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार रात कहा कि संभावित विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए, कार्यालय के बाहर धारा 144 लगाई गई। पवार ने बुधवार को कहा था कि वह महाराष्ट्र राज्य सहकारी (MSC) बैंक घोटाले के संबंध में अपने खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के मामले में जांच एजेंसी के सामने पेश होंगे। हालांकि, ED ने मामले में पवार या किसी अन्य को अब तक तलब नहीं किया है।
मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA) के अंतर्गत दर्ज शिकायत के तहत ED उन आरोपों की जांच कर रही है कि MSCB के शीर्ष अधिकारी, अध्यक्ष, एमडी, निदेशक, सीईओ और प्रबंधकीय कर्मचारी तथा सहकारी चीनी फैक्टरी के पदाधिकारियों को अनुचित तरीके से कर्ज दिए गए।
एजेंसी ने कर्ज देने और अन्य प्रक्रिया में कथित अनियमितता की जांच के लिए पवार, उनके भतीजे और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) तथा करीब 70 अन्य के खिलाफ PMLA के तहत मामला दर्ज किया था।
ED का मामला मुंबई पुलिस की प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें बैंक के निदेशकों, राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार और सहकारी बैंक के 70 पूर्व पदाधिकारियों के नाम हैं।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार (Sharad Pawar) का नाम ED की शिकायत में पुलिस FIR के आधार पर शामिल किया गया है।
यह मामला ऐसे समय दर्ज किया गया, जब राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राज्य में एक चरण में 21 अक्तूबर को विधानसभा की सभी 288 सीटों पर मतदान होगा।