खबरों के अनुसार, पार्टी के वरिष्ठ सदस्य जैसे राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्तार अब्बास नकवी, सदानंद गौड़ा, बाबुल सुप्रियो, आरके सिंह, रामविलास पासवान और प्रकाश जावड़ेकर मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। इनमें से अधिकतर सांसदों को पीएम मोदी (PM Modi) संग बैठक में शामिल होने के लिए फोन चुका है।
अर्जुन राम मेघवाल, गजेन्द्र सिंह शेखावत, जयंत सिन्हा, गिरिराज सिंह, राज्यवर्द्धन सिंह राठौर, दिलीप घोष, जितेन्द्र सिंह, पुरूर्षोत्तम रूपाला, नित्यानंद राय को मंत्रिपरिषद में शामिल किए जाने के संकेत मिले हैं। साथ ही प्रहलाद पटेल, कैलाश चौधरी के अलावा तेलंगाना से कृष्णा रेड्डी और महाराष्ट्र से राव साहब दानवे को भी मंत्रिपरिषद में स्थान मिलने के संकेत हैं।
गठबंधन के तहत अकाली दल से हरसिमरत कौर और अपना दल से अनुप्रिया पटेल का भी मंत्री बनना तय बताया जा रहा है। वहीं अरुण जेटली पीएम मोदी को पत्र लिख कर इस बार मंत्री न बनाए जाने की बात कह चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल में गठबंधन समीकरण, जीत में भूमिका, शानदार प्रदर्शन आदि के आधार पर नए चेहरों को भी किया जाना तय है। शिवसेना से अनंत गीते चुनाव हार चुके हैं, ऐसे में अरविंद सावंत को उनकी जगह दी जा सकती है। वहीं, कर्नाटक से सुरेश अंगड़ी और प्रह्लाद पटेल मंत्रिमंडल का नया चेहरा हो सकते हैं।
जदयू से राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह और मुंगेर सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह मंत्री हो सकते हैं। जदयू प्रमुख और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की थी। इस बैठक के बाद से सियासी गलियारे में चर्चा हो रही थी कि जदयू कोटे से एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री बनाए जा सकते हैं।