सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के मुजफ्फरपुर और फिर यूपी के देवरिया शेल्टर होम रेप को लेकर कड़ी टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने मुजफ्फरपुर केस को संज्ञान में लेते हुए मंगलवार को सुनवाई में सरकार को जमकर फटकार लगाई। इस दौरान देवरिया शेल्टर होम की लड़कियों के साथ हुए रेप का भी जिक्र आया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि देशभर में यह क्या हो रहा है। लेफ्ट राइट और सेंटर सब जगह रेप हो रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने नैशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) का हवाला देते हुए कहा कि हर छह घंटे में एक लड़की का रेप हो रहा है। देशभर में साल में 38000 से ज्यादा रेप हो रहे हैं। देश में सबसे ज्यादा रेप मध्य प्रदेश में हो रहे हैं, दूसरा नंबर यूपी का है। सुप्रीम कोर्ट ने नीतीश सरकार को फटकार लगाते हुए कहा, ‘राज्य सरकार 2004 से तमाम शेल्टर होम को पैसा दे रहे है लेकिन उनको पता ही नही है कि वहां क्या हो रहा है। उन्होंने कभी वहां निरक्षण करने की भी जरूरत नहीं समझी। ऐसा लगता है कि ये गतिविधियां राज्य प्रायोजित हैं। यह सोचने का विषय है।’
SC ने कहा कि मुजफ्फरपुर वाला एनजीओ अकेला नहीं है जहां इस तरह के आरोप सामने आए हैं। एनजीओ ने अपनी रिपोर्ट में राज्य सरकार के फंड से चल रही ऐसी 15 संस्थाओं का जिक्र किया है, जो जांच के दायरे में आईं हैं। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बिहार शेल्टर होम रेप केस में अपर्णा भट्ट को एमिकस क्यूरी नियुक्त कर रखा है। एमिकस ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि पीड़ित लड़कियों की काउंसलिंग की जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए यह भी कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी अधिकारियों ने जांच देर से शुरू की। एमिकस क्यूरी ने बताया कि अभी तक किसी को मुआवजा नहीं मिला। एक लड़की अभी भी लापता है और वहां स्थिति गंभीर है। ऐडवोकेट अपर्णा भट्ट ने कोर्ट में यह भी कहा कि वहां स्थिति काफी गंभीर है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में जांच कर रहे अधिकारियों से पूछा कि वह क्या जांच कर रहे हैं।
निरंजन कुमार