पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया का निर्णायक चरण चल रहा है और जल्द ही पूरा होने के करीब है। यह जानकारी देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को एक संसदीय समिति को एक हंगामेदार बैठक के दौरान दी।
सूत्रों का कहना है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई विपक्षी सदस्यों की तरफ से तीखे सवाल पूछे जाने का भाजपा सांसदों द्वारा विरोध करने के चलते यह बैठक बेहद हंगामेदार रही।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के साथ तीनों सेनाओं के शीर्ष अधिकारी और रक्षा सचिव अजय कुमार बृहस्पतिवार को भाजपा सांसद जुआल ओरम की अध्यक्षता वाली संसदीय स्थायी समिति के सामने पेश हुए। सूत्रों का कहना है कि बैठक के दौरान ओरम और राहुल गांधी उस समय आपस में भिड़ गए, जब पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने सैन्य अधिकारियों को समिति के सामने कुछ खास सवालों का जवाब देने के लिए कहा।
हालांकि ओरम का मानना था कि ये सवाल बैठक के एजेंडे में शामिल नहीं थे। बैठक के एजेंडे में रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस साल के बजट में मांगे गए अनुदान का परीक्षण करने का मुद्दा रखा गया था। सूत्रों के मुताबिक, सैन्य अधिकारियों ने समिति को बताया कि भारतीय वायुसेना ने इस साल हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर, नए एवरो परिवहन विमान, अपग्रेड यूएवी सिस्टम, हैरॉप (पी-4), आईएल-76, आईएल-78 का अपग्रेड संस्करण खरीदने की योजना बनाई है।