कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के संशोधित नागरिकता कानून के विरोधी प्रदर्शन के दौरान कथित पुलिस ज्यादती के शिकार लोगों के परिवारों से मुलाकात के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने उनके उपद्रवियों और दंगाइयों के साथ सहानुभूति व्यक्त करने पर सवालिया निशान खड़ा किया. योगी के कार्यालय ने Tweet किया, “जनता देख रही है और समझ रही है. बार बार नकारे जाने बाद भी ये तुष्टिकरण की राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं.”
Tweet में कहा गया, “इनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. आपकी संपत्ति को जलाने तोड़ फोड़ करने वालों से इतनी सहानुभूति क्यों?” इसमें कहा गया, “देश की शांति सुरक्षा और सार्वजनिक संपत्तियों को क्षति पहुंचाने वाले उपद्रवियों व दंगाइयों के साथ आज ये क्यों खड़े हैं?” शनिवार सुबह प्रियंका पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और मेरठ गई. वहां उन्होंने हालिया हिंसक प्रदर्शनों के दौरान कथित तौर पर पुलिस ज्यादती का शिकार होने वाले लोगों के परिवार वालों से मुलाकात की.
बता दें कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने प्रियंका गांधी पर निशाना साधा था. सीएम ऑफिस के Twitter हैंडल से Tweet किया गया, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबकुछ त्याग कर भगवा लोक सेवा के लिए धारण किया है. वे न केवल भगवा धारण करते हैं, बल्कि उसका प्रतिनिधित्व भी करते हैं. भगवा वेशभूषा लोक कल्याण और राष्ट्र निर्माण के लिए है और योगी जी उस पथ के पथिक हैं.